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Written By WD

पहले वनडे में भारत 65 रनों से हारा

पहले वनडे में भारत 65 रनों से हारा -
PTI
डेविड हसी और मैथ्यू वेड के अर्धशतकों के बाद क्लाइंट मैकाय की तूफानी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला के बारिश से प्रभावित पहले मैच में भारत को 65 रन से हरा दिया

ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान बारिश आने से मैच को 32 ओवर का कर दिया गया। मेजबान टीम ने डेविड हसी (नाबाद 61, 30 गेंद, चार चौके और तीन छक्के) और पदार्पण कर रहे वेड (67 रन, 69 गेंद, चार चौके और दो छक्के) की दमदार पारियों से विषम परिस्थतियों से उबरते हुए पांच विकेट पर 216 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।

लक्ष्य का पीछा करने उतरा भारत एमसीजी पर मैकाय (20 रन पर चार विकेट) और मिशेल स्टार्क (33 रन पर दो विकेट) की तूफानी गेंदबाजी के आगे 29.4 ओवर में 151 रन पर ही ढेर हो गया। बाएं हाथ के स्पिनर जेवियर डोहर्टी ने भी 36 रन पर दो विकेट चटकाए।

भारत ने इस मैच के लिए खराब फॉर्म से जूझ रहे वीरेंद्र सवाग को आराम दिया था लेकिन टीम के बल्लेबाज एक बार फिर नाकाम रहे और युवा विराट कोहली (31) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (29) ही कुछ देर विकेट पर टिक पाए। भारत कभी लक्ष्य के करीब पहुंचने की ओर अग्रसर नहीं दिखाई दिया।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत काफी खराब रही और उसने चौथे ओवर में 13 रन के स्कोर तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों सचिन तेंडुलकर (2) और गौतम गंभीर (5) के विकेट गंवा दिए। दोनों विकेट बाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क के खाते में गए।

स्टार्क ने अपने पहले ओवर में ही तेंडुलकर को बाहर जाती गेंद पर पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के हाथों कैच करा दिया जबकि इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में गंभीर बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में वेड को आसान कैच दे बैठे।

कोहली और रोहित शर्मा (21) ने तीसरे विकेट के लिए पारी की सर्वश्रेष्ठ 51 रन की साझेदारी करके टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन मैकाय ने 12वें ओवर में मैच की अपनी पहली चार गेंदों में ही इन दोनों को पैवेलियन भेजकर भारतीय मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ दी।

कोहली ने मैकाय की दूसरी गेंद पर कड़ा प्रहार किया लेकिन पोंटिंग ने प्वाइंट पर शानदार कैच लपका। एक गेंद बाद रोहित ने वाडे को कैच थमा दिया। सुरेश रैना (4) भी आयाराम-गयाराम साबित हुए और पदार्पण कर रहे ऑलराउंडर डेनियल क्रिस्टियन की गेंद पर डेविड हसी को बैच दे बैठे।

धोनी और रविंद्र जडेजा ने छठे विकेट के लिए 37 रन जोड़कर विकेटों के पतझड़ को रोकने की कोशिश की लेकिन इस दौरान धीमी बल्लेबाजी की जिससे टीम की रन गति काफी कम हो गई। रन गति बढ़ाने के दबाव में जडेजा भी पैवेलियन लौट गए। मैकाय की शॉर्ट गेंद को छह रन के लिए भेजने की कोशिश में उन्होंने डीप मिडविकेट पर माइक हसी को कैच थमाया।

आर अश्विन (5) इसके बाद रन आउट हुए जबकि राहुल शर्मा (1) को डोहर्टी ने बोल्ड किया। डोहर्टी ने धोनी को डेविड वॉर्नर के हाथों कैच कराकर भारत की रही सही उम्मीद भी तोड़ दी। उन्होंने 38 गेंद की अपनी पारी में एक चौका मारा।

प्रवीण कुमार (15) और आर. विनय कुमार (नाबाद 12) ने अंतिम विकेट के लिए 23 रन जोड़कर भारतीय हार को कुछ देर टाला लेकिन मैकाय ने प्रवीण को रेयान हैरिस के हाथों कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी। इससे पहले आस्ट्रेलिया की ओर से वेड और डेविड हसी के अलावा माइक हसी ने भी 45 रन की उम्दा पारी खेली।

भारत की ओर से केवल तेज गेंदबाज विनय कुमार ही प्रभावित कर पाए। उन्होंने 21 रन देकर तीन विकेट लिए। अन्य गेंदबाजों को खेलने में आस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को कोई परेशानी नहीं हुई।

विनय कुमार ने अपने पहले पांच ओवर के स्पैल में दो विकेट चटकाए जिससे ऑस्ट्रेलिया 11 ओवर में 35 रन पर दो विकेट गंवाकर संकट में था, जिसके बाद बारिश आ गई और मैच 32 ओवर का करना पड़ा। भारत को इसके बाद स्पिनरों पर निर्भरता महंगी पड़ी और मेजबान टीम ने दोबारा खेल शुरू होने पर 21 ओवर में 181 रन जोड़े।

हसी बंधुओं की ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका रही। माइक हसी ने पहले वाडे के साथ चौथे विकेट के लिए सिर्फ 50 गेंद में 73 रन जोड़े जबकि डेविड हसी ने क्रिस्टियन (17) के साथ छठे विकेट के लिए सिर्फ 32 रन में 62 रन की अटूट साझेदारी की।

हसी बंधुओं ने भी पांचवें विकेट के लिए 19 गेंद में 32 रन जोड़े। माइक हसी ने 32 गेंद में चार चौकों की मदद से 45 रन बनाए। अश्विन और जडेजा भारत के सबसे खर्चीले गेंदबाज साबित हुए। अश्विन ने पांच ओवर में 48 जबकि जडेजा ने सिर्फ 2.4 ओवर में 41 रन गंवा दिए।

पारी के अंतिम ओवर में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब लेग स्पिनर राहुल शर्मा के दो गेंद फेंकने के बाद अंपायरों को अहसास हुए कि वह अपने कोटे के छह ओवर फेंक चुके हैं। केवल दो गेंदबाज ही सात ओवर फेंक सकते थे और प्रवीण कुमार और विनय कुमार ऐसा पहले ही कर चुके थे।

जडेजा ने इसके बाद अंतिम चार गेंद फेंकी जिस पर डेविड हसी ने दो छक्के लगाए। इससे पहले धोनी ने आसमान में बादल होने के कारण टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को शुरुआत में काफी दिक्कत हुई।

प्रवीण और विनय कुमार ने अपनी लाइन और लेंथ से सलामी बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। आक्रामक सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर 14 गेंद में सिर्फ छह रन बनाने के बाद विनय कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए।

टेस्ट श्रृंखला के बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे पोंटिंग भी 12 गेंद में दो रन बनाने के बाद विनय कुमार की गेंद पर शर्ट एक्सट्रा कवर पर सुरेश रैना को आसान कैच दे बैठे। इसके बाद जब टीम का स्कोर 35 रन पर दो विकेट था तब बारिश आ गई और खेल काफी देर बाद शुरू हुआ। (भाषा)